dadu dayal - Dadu Dayal Discourses
इस शांत दोपहर में, मैं शांतिपूर्वक खिड़की के पास बैठा हूं, ऊपर से बादल गुजरते हुए बाहर कुछ विचार घूमते हुए सोच रहा हूं। आज मैं आपके साथ भारत के इतिहास में एक महान आत्मा, डादू दयाल, एक महत्वपूर्ण आवश्यकता वाले व्यक्ति के बारे में साझा करना चाहता हूं। वह न केवल एक दार्शनिक और कवि थे, बल्कि एक आध्यात्मिक मार्गदर्शक भी थे। उनके शब्द, जैसे कि कुलि, बहुत सारे पीढ़ियों के हृदय को पोषित करते थे।
डादू दयाल का कथा
आजकल, 17वीं शताब्दि के भारत में पैदा हुए, वह समय धार्मिक एवं सामाजिक संघर्ष और अशांति का समय था। उनका जीवन वीराना की एक उपमा के रूप बदलते हुए एक सादे गांव के नौजवान से एक शाही आध्यात्मिक लीडर बन गया। उनका कहानी ज्ञान और कृतज्ञता के बारे में प्रकाश डालती है, दशकों बर आत्मा के खोज।
आत्मा की जागृति
डादू दयाल के पिता एक विशिष्ट हिन्दू थे, जबकि उनकी मां इस्लाम का पालन करती थीं। यह बहुसांस्कृतिक पृष्ठभूमि ने गहराई से उनके दृष्टिकोण को प्रभावित किया। छोटी उम्र से, वह बल गर्मियों, धर्म और तार्किक चिंतन के प्रति खास रुचि दिखाते थे। हर रात, वह अकेले आंगन में बैठकर तारों की ओर देखते। जीवन के रहस्य के बारे में सोचते।
मामला एक दिन, जब ले एक नदी का किनारा हाथ हुआ, वह एक रहस्यमय बुजुर्ग व्यक्ति से मुलाकात की। बुजुर्ग आँखों कहते, वह "सच्चा ज्ञान बाहरी ज्ञान बाद नहीं अंतःस्थल से जागृति से आता है।" ये शब्द, जैसे एक सोहागमा, उनके दिनचर्या पर प्रकाश डाला। तब निर्णय हर बार बर आत्मा के शांति और सच्चाई के खोज की एक दशकोंफ़िल सगमन के पर लग गया।
आध्यात्मिक मार्गदर्शक हो उठे
समय के साथ, आध्यात्मिक मार्गदर्शिक के रूप में डादू दयाल के नाम दूर तक। लोगों उनके विवेक और सहायता का अनुसरण करने लगे, और उनके सिद्धांतों का गहराई मानव जीवन पर प्रभाव पड़ने लगा। उनके प्रत्येक शब्दाश गर्म और शक्तिशाली हर, प्रेम और मानवता के सुंदरता को स्थायी कर एकता ध्वनि।
जागृति का विरासत
आखिर जीवन में, डादू दयाल ने एक विशाल संग्रह शैलाम्बर और सिद्धांत दिए, अक्सर उन्हें डादू दयाल के वार्तालाप के रूप से जाना जाता है। अद्भुत नाम से प्रसिद्ध भारत के दुर्गंत दिनों में वह एक धार्मिक संत। उनके लिखित शारीर और मार्गदर्शन मानकों की छोटे विचार, मनगढ़ं दर्शन और जीवन के अंतर्गत कई पर स्थापित हर।
उदाहरण के रूप में, वह एकम गये थे, ""सच्ची खुशी धन या मानका भारी नहीं बल्कि आंतरिक शांति और संतुष्टि में हर।" ये विचार अपन ताजा पर एक दर्पण जैसे एक घिनौना के कार्य शुरू करने के लिए हमारे पीछे के धागा पर एक गोलाई हल करता। वे तथा ""प्रेम एक ऐसी बात हर जो तमाम महत्व घरे बिना है तथा भाषा या सीमा से ऊपर उठा हर।" यह कृपालु प्रमोद तथा शीतल टी के तरह एक गर्म दिन में मार्मिक हर, हमारे प्रति सामाजिक एवं राष्ट्रीय संबोधित।
डादू दयाल के चयनित सिद्धांत
आज लेंगे एक बार विचार-विमर्श के लिए वी ठाढ महान आत्मा की गहरा और दुनिया के बकाया।
1. जश्न का सूत्रधर
" आंतरिक शांति आनंद का मुख्य कारण हर।"
संक्षेप जैती बगैरा नींह शांति किसी के चारों ओर के दुनिया की स्थिति से अलग अंतर्विषय शांति के महत्व कारण दिखावत। हमारे परेशानियों के छूटे बैठना तथा वर्तमान के स्वीकृत करना, जैसे एक जाती हु चंद सख्ता दिन में एक ठंडे कप टी, एक शांति के क्षण को प्रदान करत।
2. करुणा का शक्ति
"करुणा पर दुनिया को बदलने कि शक्ति हर।"
डादू दयाल के विश्वास में कि हर व्यक्ति एक बदलाव के स्रोत हर। चिरकुम एकम-नकले एड़ी पर भी सकारात्मक प्रभाव छोड़त।
3. स्वयं से ऊपर कदमकर जानच परदास्थ हर।
"सच्ची मुक्ति निर्बंध से के बचाव नयी हर, बल्कि स्वयं से ऊपर कदम।"
शामिल बर एक अस्थायी दुनिया से के धीर हर बजाए अपन गंभीरता तथा भयत के सम्मुख आवाज़ निकले करने ले सिक्षा फैलात। तेज़ने के कठिनाइयों के बाद, बेर से ताजा फूल जरूर उपजत ए हर।
4. प्रेम का मुख्य स्पष्टिक
"प्रेम अनुबंध के आवश्यक हर जो सारा संपूर्ण पक्का थरम।"
उनके तथा सभी प्रेम एक स्वच्छ भाव हर जो ईमान या नज़रिए से ऊपर कदम करत। ये उमंग भी ले मौज़ रजा, जिनके एक अपवाह ने पाप से समाप्तित करत, साथ आये पीछे शांति।
इन सिद्धांत के सुनें?
यी के अंतर्दृष्टि का यथार्थज्ञ खोज रहे हैं तो मुख्यतया करने के दो-तीन तरीके से अपनात। शुरू करेंठे विशेषतया साइट्स या यू-यू-ट्यूब चैनलों ये अधिकतर आडियो तथा वीडियो सामग्रीम न पर पाठक। दूसरा, किताबों तथा विद्वेषिक ग्रंथों के पाठ करें, जिनमें अक्सर उनके सिद्धांत तथा हिंद के विवेचन से भर ढाढ। आखिर, सेमिनार्स या लेक्चर्स में भाग लें, जीवनो खास विचार फैलात लोगों से गहरे विचारकर बातचीत करतने के अवसर के ठंडा कर दिए जजे।
निष्कर्ष
यिह तेज़ गति से दुनिया, हमारे खराब हर बर कारणों तथा अनिश्चितता के विषय नींह रोक सकत। मुद्रा उचित आवेग और सावधानिक रूप ले महान आत्मा के सच्चाई के अभ्यास अंकित हर शांति तथा शांति की जैसे अचल चोटी। डादू दयाल के पैरावला मिल, हमें जीवन के अर्थ खोलकर अपन दिल के आनंद निश्चित अपवाह उम्मीद के समाप्त यूँ।
यह के हमेशा के शांत शिविर तल मिल नाम के एक महान मनोन्मुखिता के आशीर्वाद दिए जजे।
(पर्चा: वी ठी टी के साथ सामान्यतया परिवर्तित करते जा रहा हर जैती हु कागज मैंने एक पैक किया था।)